राधा-श्याम संग खेले होली ......
मोहे न रंग डालो श्याम प्यारे
अंगिया भीगी, मरी जाउं लाज के मारे
संखिया इतराये, देख रास-रंग के नज़ारे
मोहे न रंग डालो श्याम प्यारे
गौरा रंग मेरा,श्याम तुम काले
तेरे रंग में रंगी,रंग नया क्या डाले
फागुन बैरी, मस्त बयार जो चले
कान्हा तेरी बांसुरी बोले बोल अनबोले
महका महुआ, पलाश की फ़ैली रंगोली
राधा का दिल धढ़के,नयनों की बोली
कान्हा का रास रसे ,राधा की प्रीत चली
मिटे दूरी,राधा-श्याम संग खेले होली ......
सजन कुमार मुरारका
मोहे न रंग डालो श्याम प्यारे
अंगिया भीगी, मरी जाउं लाज के मारे
संखिया इतराये, देख रास-रंग के नज़ारे
मोहे न रंग डालो श्याम प्यारे
गौरा रंग मेरा,श्याम तुम काले
तेरे रंग में रंगी,रंग नया क्या डाले
फागुन बैरी, मस्त बयार जो चले
कान्हा तेरी बांसुरी बोले बोल अनबोले
महका महुआ, पलाश की फ़ैली रंगोली
राधा का दिल धढ़के,नयनों की बोली
कान्हा का रास रसे ,राधा की प्रीत चली
मिटे दूरी,राधा-श्याम संग खेले होली ......
सजन कुमार मुरारका
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