.जरा सी बात
आहट बारिश की जरा जरा सी,
आहट किसी की जरा जरा सी,
कही कोई आवाज़ जरा जरा सी,
आज नाउम्मीद है जरा जरा सी,
कल उम्मीद की बारिश जरा जरा सी
तेरी खुश्बू भरी पैगाम जरा जरा सी
मेरी तन्हाई मे महक आती है जरा जरा सी.
कल की आवाज सुन रहा जरा जरा सी
आज ख़ुशी है जरा जरा सी
दुख को समझा आपने, बात है जरा जरा सी
:- सजन कुमार मुरारका
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